जांजगीर-चांपा, 03 दिसम्बर 2025/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि आई.डी.एस.पी. जिला सर्विलेंस इकाई जिला – जांजगीर-चांपा द्वारा राज्य कार्यालय से प्राप्त दिशा-निर्देश अनुसार बताया गया कि यह रोग ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी नामक जीवाणु से होता है, जो संक्रमित चिगर माइट (छोटे कीड़े) के काटने से फैलता है। हाल ही के मौसम में स्क्रब टाइफस रोग के मामले सामने आ रहे है। यह रोग चिगर माइट के काटने से फैलता है, जो झाड़ियों, घास एवं खेतों में पनपते है। समय पर पहचान औरइ लाज से यह रोग पूरी तरह ठीक हो सकता है।
रोग के प्रमुख लक्षण – तेज बुखार, सिर दर्द, शरीर दर्द और कमजोरी, खॉसीयां, सॉस लेने में कठिनाई, शरीर पर काले रंग का छोटा घाव, पेटदर्द, उल्टी स्क्रब टाइफस रोग के प्रमुख लक्षण है।
बचाव के उपाय – खेतों, झाड़ियों या घास में जाते समय पूरी बॉह और पैर ढकने वाले कपड़े पहने। जूतों और मोजों का उपयोग करें। खेतों में काम करने के बाद स्नान अवश्य करें। घर और आसपास की झाड़ियों को काटकर साफ रखें। बच्चों को घास पर बैठने या खेलने से बचाएॅ।
क्या करें यदि लक्षण दिखें तो –
किसी भी प्रकार तेज बुखार या उपरोक्त लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में संपर्क करें। स्वयं दवां न लें, केवल चिकित्सक की सलाह से ही इलाज कराएॅ। जिला स्वास्थ्य विभाग आम नागरिकों से अपील करता है किसी भी प्रकार के लक्षण दिखने पर स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें समय पर चिकित्सा सुविधा लें और सावधानी बरतें। स्क्रब टाइफस का इलाज उपलब्ध है और शीघ्र उपचार से रोगी पूर्णतः स्वस्थ्य हो सकता है।


