ओम शांति भवन खरौद सेवा केंद्र में नगर पंचायत अध्यक्ष एवं पार्षदों का सम्मान समारोह आयोजन
जांजगीर चाम्पा :- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय ओम शांति भवन खरौद सेवा केंद्र में नगर पंचायत खरौद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एवं पार्षदों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। खरौद सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी मंजु दीदी ने सम्मान समारोह में अध्यक्ष एवं पार्षदों का सम्मान करते हुए ईश्वरीय कार्यों का विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हम सभी एक परमात्मा की संतान आपस में आत्मा रूप में भाई _भाई है, हमें एकमत होकर सनातन संस्कृति की रक्षा करनी है,नगर को व्यसन मुक्त बनाना है, युवा पीढ़ी के भविष्य को उज्ज्वल बनाना है, नगर के विकास को प्राथमिकता देना है एवं कभी भी हमारी सेवा की आवश्यकता पड़े तो हम बहनें हमेशा तैयार हैं। सभी को आत्मिक स्मृति का तिलक लगाकर, पगड़ी, बैज, अंग वस्त्र, श्री फल, गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया, साथ में सभी को प्रसाद पैकेट वितरण किया गया, माननीय अध्यक्ष महोदय श्री गोविंद यादव जी ने कहा कि संस्था को जो भी सहयोग प्रदान करने की जरूरत होगी तो हम सदैव अपनी ओर से भरपूर सहयोग प्रदान करेंगे। पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष श्री सुबोध शुक्ला जी ने संस्था से अपने पुराने संबंधों, अनुभवों से, विचारों से गौरवांवित किया। संस्था के अनुभवी एवं पुराने सदस्य डॉ के के तिवारी जी ने अंत में सबको सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया, आपने सभी से आग्रह किया कि आगे भी हमारे कार्यक्रम होते रहेंगे, आप सभी सादर आमंत्रित हैं,परमपिता परमात्मा शिव के द्वारा प्राप्त अध्यात्मिक ज्ञान को जन जन तक पहुंचाने में सहयोग प्रदान करें। ग्राम पंचायत धरदेई के नवनिर्वाचित सरपंच श्री साकेत बिहारी कर्ष जी संस्था द्वारा सम्मानित होने पर बहुत गर्व महसूस किए और अपने पूरे परिवार को सेवाकेंद्र दिखाने लाने की बात कही। कार्यक्रम का कुशल संचालन बीके ज्योतिलक्ष्मी बहन ने किया , संस्था का परिचय ब्रह्माकुमारी चंद्रकांता बहन ने दिया। कार्यक्रम में नगर उपाध्यक्ष श्री महेश्वर यादव, पार्षदों में श्रीमति दीपशिखा यादव ,श्रीमति गेंदबाई आदित्य, नेहरू राही, हुल्लास साहू, हे कृष्ण साहू, परमानंद रोहिदास, सत्यम सिदार, गोविंद धृतलहरे, मनोरंजन यादव, एल्डरमैन राजेश यादव, राजेश आदित्य, अशोक आदित्य आदि उपस्थित रहे। ब्रह्माकुमारी अनीता बहन, इशिका बहन, रीमा बहन, नीलम बहन, मीनू बहन, सरस्वती बहन, तोमन भाई का सहयोग रहा। अंत में सबको ब्रह्माभोजन स्वीकार कराया गया।