शिक्षा गुणवत्ता सुधार, परीक्षा परिणाम को लेकर कलेक्टर गंभीर
पेरेंट मीटिंग आयोजित कर अभिभावकों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए
जांजगीर-चांपा 12 जुलाई 2025/ जिले में शैक्षणिक गुणवत्ता को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री जन्मेजय महोबे ने जिले के समस्त प्राचार्यों की मैराथन बैठक ली। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी श्री अश्वनी भारद्वाज, डीएमसी श्री आर के तिवारी, सर्व विकासखंड शिक्षा अधिकारी, एपीसी सहित प्राचार्य उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्री महोबे ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि शिक्षा में मात्र उपस्थिति नहीं, गुणवत्ता आवश्यक है। विद्यालयों में शिक्षण कार्य परिणामोन्मुख और छात्र-केंद्रित होना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि जिले में उत्कृष्ट जांजगीर योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु सभी शिक्षक समय पर विद्यालय पहुंचें, शिक्षक समयबद्ध सिलेबस पूर्ण करें तथा हर बच्चे की समझ व प्रगति पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माण की नींव हैं। उनका कार्य पढ़ाने के साथ छात्रों को संस्कार, अनुशासन और आत्मनिर्भरता की ओर ले जाना है।
कलेक्टर ने शत प्रतिशत रिजल्ट देने वाले प्राचार्यों से उनके किये गये कार्यों पर फीडबैक लिया। उन्होंने उत्कृष्ट जांजगीर अंतर्गत चल रहें कार्यक्रमों का पुनः पूर्व वर्ष की भांति शालाओं में आयोजन निर्देश दिए। जिसके अंतर्गत विनोबा एप के माध्यम से शिक्षको एवं छात्र-छात्राओं की उपस्थिति, बोलेगा बचपन, जवाहर नवोदय विद्यालय एवं एनएमएमएसई परीक्षा पूर्व की तैयारी, प्रति माह पालक शिक्षक बैठक, कक्षा-दसवीं एवं बारहवीं में टेस्ट के साथ-साथ मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक एवं दो बार प्रीबोर्ड आयोजन करने कहा।
कलेक्टर ने कहा कि शिक्षकों की उपस्थिति विनोबा एप के माध्यम से दर्ज की जा रही है, उपस्थिति दर्ज न होने की स्थिति में संबंधित शिक्षक अनुपस्थित होगे। कलेक्टर ने सभी शिक्षकों को मुख्यालय में रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रचार्याें को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी जर्जर स्कूल भवनों में कक्षाएं संचालित न की जाए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि शिक्षकों की सर्विस बुक अद्यतन की जाए तथा पेंशन, वेतनमान और पदोन्नति से संबंधित कार्य समय-सीमा में पूर्ण किए जाएं। साथ ही सेवानिवृत्त शिक्षकों के पीपीओ समय पर जारी करने, शिक्षकों के समय-समय पर प्रशिक्षण की व्यवस्था करें, ताकि वे शैक्षणिक दक्षता और नवीन पद्धतियों से अद्यतन रहें।
कलेक्टर ने अटल टिंकरिंग लैब में मौजूद ऑप्टिकल लेंस, इलेक्ट्रॉनिक किट, सेंसर आदि उपकरणों को पूरी तरह सक्रिय करने तथा बच्चों को रुचिपूर्वक नवाचार और प्रायोगिक गतिविधियों से जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों में विज्ञान और तकनीक के प्रति जिज्ञासा जगाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शैक्षिणित गतिविधियों के साथ कौशल विकास के माध्यम से भी बच्चें को मार्गदर्शन दिया जाए ताकि वह अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य कर सके। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि पीएम श्री स्कूलों में नवाचार, अनुशासन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के साथ इन्हें मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी बच्चों की आपार शीघ्र बनाई जाए तथा जाति प्रमाण पत्र की स्थिति की समीक्षा कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
कलेक्टर ने विद्यालयों में स्मार्ट क्लास, वीडियो क्लास का नियमित रूप से प्रयोग करने कहा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट क्लास, वीडियो क्लास से प्रायोगिक गतिविधियाँ छात्रों में रचनात्मकता और नवाचार को बढ़ावा देंगी। कलेक्टर ने कहा कि स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक, गरम और संतुलित आहार मिले यह सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में मासिक पेरेंट-टीचर मीटिंग आयोजित की जाए, ताकि अभिभावकों की सहभागिता बढ़े। उन्होंने कहा कि बच्चों को खेल गतिविधियों, सेल्फ-डिसिप्लिन सिखाया जाए और सिलेबस के अनुसार समय पर शिक्षण कार्य पूर्ण हो। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी विद्यालयों में एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत पौधरोपण किया जाए और लगाए गए पौधों की ऑनलाइन एंट्री फोटो के साथ अनिवार्य रूप से पोर्टल पर अपलोड की जाए। इस अवसर पर परीक्षा में उत्कृष्ट परिणाम वाले प्राचार्याें को सम्मानित भी किया गया।